Ganesh Ji Ki Aarti गणेश जी की आरती

दोस्तों Blogging Hindi blog ब्लॉग पर आपका स्वागत है. अभी त्यौहार का सीज़न आ रहा है तो हमने आपके लिए कुछ आरतीया पेश की है. जैसे गणेश जी की आरती Ganesh Ji Ki Aarti, Jai Ganesh Jai Ganesh जय गणेश देवा माता, दुर्गे दुर्घट भारी  Durge Durgat Bhari Lyrics, सुख करता दुखहर्ता Sukhkarta Dukhharta Aarti Lyrics, शेंदुर लाल चढायो  Shendur Lal Chadhayo Aarti Lyrics, लवथवतीविक्राळा Lavthavti Vikrala Aarti Lyrics, दुर्गे दुर्घट भारी Durge Durgat Bhari Lyrics

Ganesh Ji Ki Aarti

गणेश जी की आरती  Jai Ganesh Ji Ki Aarti lyrics

जय गणेश जय गणेश जय गणेश देवा माता जाकी पार्वती पिता महादेवा |

एक दंत दयावंत चारभुजाधारी माथे पर तिलक सोहे मूसे की सवारी ||

पान चढ़े फूल चढ़े और चढ़े मेवा लड़डुवन का भोग लगे संत करें सेवा |

जय गणेश जय गणेश जय गणेश देवा माता जाकी पार्वती पिता महादेवा ||

अन्धे को आँख देत कोडीन को काया बांझन को पुत्र देत निर्धन को माया |

सुर शाम शरण आये सफल कीजे सेवा माता जाकी पार्वती पिता महादेवा ||

जय गणेश जय गणेश जय गणेश देवा माता जाकी पार्वती पिता महादेवा ||

  सुख करता दुखहर्ता Sukhkarta Dukhharta Aarti Lyrics

Ganesh Ji Ki Aarti
Ganesh Ji Ki Aarti

सुख करता दुखहर्ता, वार्ता विघ्नाची

नूर्वीपूर्वी प्रेम कृपा जयाची

सर्वांगी सुन्दर उटी शेंदुराची

कंठी झलके माळ मुक्ता फळांची

जय देव जय देव, जय मंगल मूर्ति वो श्री मंगल मूर्ति

दर्शन मात्रे मनःकमाना पूर्ति जय देव जय देव

रत्नखचित फरा तुझ गौरी कुमरा

चंदनाची उटी कुमकुम केशरा

हीरे जडित मुकुट शोभतो बरा

रुन्झुनती पुरे चरनी घागरिया

जय देव जय देव, जय मंगल मूर्ति वो श्री मंगल मूर्ति

दर्शन मात्रे मनःकमाना पूर्ति जय देव जय देव

लम्बोदर पीताम्बर फनी वरवंदना।

सरळ सोंड वक्रतुंड त्रिनयना।

दास रामाचा वाट पाहे सदना।

संकटी पावावे निर्वाणी रक्षावे सुरवंदना।

जय देव जय देव, जय मंगल मूर्ति वो श्री मंगल मूर्ति

दर्शनमात्रे मनकामना पूर्ति जय देव जय देव

शेंदुर लाल चढायो Shendur Lal Chadhayo Aarti Lyrics

शेंदुर लाल चढायो अच्छा गजमुख को ||

दोन्दिल लाल बिराजे सूत गौरिहर को ||

हाथ लिए गुड लड्डू साई सुरवर को ||

महिमा कहे ना जाये लागत हूँ पद को ||1||

जय जय जी गणराज विद्यासुखदाता

धन्य तुम्हारो दर्शन मेरा मत रमता

जय देव जय देव

अष्ट सिधि दासी संकट को बैरी

विघन विनाशन मंगल मूरत अधिकारी

कोटि सूरज प्रकाश ऐसे छबी तेरी

गंड-स्थल मदमस्तक झूल शशिबाहरी ||2||

जय जय जी गणराज विद्यासुखदाता

धन्य तुम्हारो दर्शन मेरा मत रमता

जय देव जय देव

भावभगत से कोई शरणागत आवे

संतति संपत्ति सबही भरपूर पावे

ऐसे तुम महाराज मोको अति भावे

गोसावीनंदन निशिदिन गुण गावे ||3||

जय जय जी गणराज विद्यासुखदाता

धन्य तुम्हारो दर्शन मेरा मत रमता

जय देव जय देव

इन्हे बी पढ़े

लवथवती विक्राळा lavthavti vikrala aarti lyrics

लवथवती विक्राळा ब्रम्हाडी माळा

विशे कंठी काळा त्रिनेत्री ज्वाळा

लावण्य सुन्दर मस्तकी बाळा

तेथूनिया जळ निर्मळ वाहे झुळझुळा

जय देव जय देव जय श्रीशंकरा

आरती ओवाळु तुज कर्पूरगौरा

जय देव जय देव जय

कर्पूरगौरा भोळा नयनी विशाळा

अर्धांगी पार्वती सुमानांच्या माळा

विभुतीचे उधळंन शिवकण्ठ निळा

ऐसा शंकर शोभे उमा वेल्हाळा

जय देव जय देव जय श्रीशंकरा

आरती ओवाळु तुज कर्पूरगौरा

जय देव जय देव जय

देवीं दैत्यीं सागर-मंथन पै केले

त्यांमाजी अवचित हालचाल उठीले

तें त्यां असुरपणें प्रश्न प्राशन केलें

नीळकंठ नाम प्रसिद्ध झाले

जय देव जय देव जय श्रीशंकरा

आरती ओवाळु तुज कर्पूरगौरा

जय देव जय देव जय

व्याघ्रांबर – फणिवरधर सूंदर मदनारी

पंचानन मनमोहन मुनिजन सुखकारी

षटकोटिचें बीज वचे उच्चारी

रघुकुळटिळक रामदासा अंतरी

जय देव जय देव जय श्रीशंकरा

आरती ओवाळु तुज कर्पूरगौरा

जय देव जय देव जय

 दुर्गे दुर्घट भारी Durge Durgat Bhari Lyrics

दुर्गे दुर्घट भारी तुजवीण संसारी

अनाथ नाथे अम्बे करुणा विस्तारी

वारी वारी जन्म मरण तेवारी

हारी पडलो आता संकट नेवारी

जय देवी जय देवी जय महिषासुर मर्दिनी

सुरवर ईश्वर वरदे तारक संजीवनी

जय देवी जय देवी

तुजवीन भुवनी पाहत तुज ऐसे नाही

चारी श्रमले परन्तु न बोलवे काही

साही विवाद करिता पडलो प्रवाही

ते तू भक्ता लागे ते दस लागे पावस लवलाही

जय देवी जय देवी जय महिषासुर मर्दिनी

सुरवर ईश्वर वरदे तारक संजीवनी

जय देवी जय देवी

प्रसन्न वदने प्रसन्न होशी निजदासा

क्लेशपासून तोड़ी होई भोपाषा

अम्बे तुजवाचून कोण पुरवी आशा

नरहर तल्लीन झाला पद पंकज लेशा

जय देवी जय देवी जय महिषासुर मर्दिनी

सुरवर ईश्वर वरदे तारक संजीवनी

जय देवी जय देवी

Bloggnig Hindi ब्लॉग पर आने पर शुक्रिया आशा करता हु फिर मुलाकात होगी  

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